Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2024 · 1 min read

– अपना होना भी एक भ्रम है –

– अपना होना भी एक भ्रम है –
इस दुनिया में कोई नही है अपना,
स्वार्थ की है यह सारी दुनिया,
अपने है तुम्हारे ऐसा जो लोग कहते है,
इंतजार करो आने दो मुसीबत को,
मुश्किल समय को,
उन बनावटी अपनो का पता लग जाएगा,
नही है वे अपने यह तुमको समय बतलाएगा,
यह तथाकथित अपने तब सपने हो जाएंगे,
यह विचार अपने होने का तब धूमिल हो जाएगा,
देखना जब तुम तुम्हारा मुश्किल दौर आएगा,
अपने होते नही कोई जहां में,
यहा अपना होना भी एक भ्रम है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
I can’t be doing this again,
I can’t be doing this again,
पूर्वार्थ
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आभार
आभार
Sanjay ' शून्य'
"कोशिशो के भी सपने होते हैं"
Ekta chitrangini
“ इन लोगों की बात सुनो”
“ इन लोगों की बात सुनो”
DrLakshman Jha Parimal
तेरे इंतज़ार में
तेरे इंतज़ार में
Surinder blackpen
"औकात"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रणय निवेदन
प्रणय निवेदन
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
एक न एक दिन मर जाना है यह सब को पता है
एक न एक दिन मर जाना है यह सब को पता है
Ranjeet kumar patre
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
लंगड़ी किरण (यकीन होने लगा था)
लंगड़ी किरण (यकीन होने लगा था)
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
#हँसी
#हँसी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उफ्फ्फ
उफ्फ्फ
Atul "Krishn"
प्रेमिका को उपालंभ
प्रेमिका को उपालंभ
Praveen Bhardwaj
💐प्रेम कौतुक-535💐
💐प्रेम कौतुक-535💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
👍👍👍
👍👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
मत याद करो बीते पल को
मत याद करो बीते पल को
Surya Barman
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
मन से भी तेज ( 3 of 25)
मन से भी तेज ( 3 of 25)
Kshma Urmila
आग लगाते लोग
आग लगाते लोग
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
जय श्रीकृष्ण -चंद दोहे
जय श्रीकृष्ण -चंद दोहे
Om Prakash Nautiyal
बखान सका है कौन
बखान सका है कौन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
'एक कप चाय' की कीमत
'एक कप चाय' की कीमत
Karishma Shah
3152.*पूर्णिका*
3152.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
VINOD CHAUHAN
Loading...