Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2024 · 1 min read

“वफादार”

“वफादार”
इंसान को हाथ की तरह वफादार होना चाहिए।
दिल-दिमाग जो कहता है, हाथ वही करता है।

2 Likes · 2 Comments · 28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
" दायरे "
Dr. Kishan tandon kranti
आँखों में अँधियारा छाया...
आँखों में अँधियारा छाया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
तिमिर घनेरा बिछा चतुर्दिक्रं,चमात्र इंजोर नहीं है
तिमिर घनेरा बिछा चतुर्दिक्रं,चमात्र इंजोर नहीं है
पूर्वार्थ
समस्त महामानवों को आज प्रथम
समस्त महामानवों को आज प्रथम "भड़ास (खोखले ज्ञान) दिवस" की धृष
*प्रणय*
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
शुभकामना संदेश.....
शुभकामना संदेश.....
Awadhesh Kumar Singh
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
Phool gufran
हिदायत
हिदायत
Bodhisatva kastooriya
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
Sandeep Pande
चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो।
चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो।
सत्य कुमार प्रेमी
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
जमाने के रंगों में मैं अब यूॅ॑ ढ़लने लगा हूॅ॑
जमाने के रंगों में मैं अब यूॅ॑ ढ़लने लगा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
कोई पागल हो गया,
कोई पागल हो गया,
sushil sarna
"गुरु पूर्णिमा" की हार्दिक शुभकामनाएं....
दीपक श्रीवास्तव
मेरे उर के छाले।
मेरे उर के छाले।
Anil Mishra Prahari
इश्क़ एक दरिया है डूबने से डर नहीं लगता,
इश्क़ एक दरिया है डूबने से डर नहीं लगता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए
दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इतना भी अच्छा तो नहीं
इतना भी अच्छा तो नहीं
शिव प्रताप लोधी
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*यादें कोमल ह्रदय को चीरती*
*यादें कोमल ह्रदय को चीरती*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
Dr Archana Gupta
आई अमावस घर को आई
आई अमावस घर को आई
Suryakant Dwivedi
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
Rj Anand Prajapati
मैं तुझ सा कोई ढूंढती रही
मैं तुझ सा कोई ढूंढती रही
Chitra Bisht
4716.*पूर्णिका*
4716.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
PRADYUMNA AROTHIYA
Loading...