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2 Apr 2020 · 1 min read

लाई हूँ महक

लाई हूँ महक

मैं हूँ हवा
लाई हूँ महक
फूलों को छेड़कर
चाहती हूँ
महकाना आपको
आप लोगे तो
महक जाओगे
दूर हो ताजगी
संकीर्णता की
दुर्गंध

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
1 Like · 462 Views
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