Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2024 · 1 min read

मिलने वाले कभी मिलेंगें

मिलने वाले कभी मिलेंगें
पतझर में भी फूल खिलेंगें,
आहट मेरी पा जाओगे
शाख़ के पत्ते अगर हिलेंगें

1 Like · 37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all
You may also like:
সেই আপেল
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
जीवन का रंगमंच
जीवन का रंगमंच
Harish Chandra Pande
आका के बूते
आका के बूते
*Author प्रणय प्रभात*
इश्क का इंसाफ़।
इश्क का इंसाफ़।
Taj Mohammad
भले उधार सही
भले उधार सही
Satish Srijan
गीत - जीवन मेरा भार लगे - मात्रा भार -16x14
गीत - जीवन मेरा भार लगे - मात्रा भार -16x14
Mahendra Narayan
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
-- नसीहत --
-- नसीहत --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
कवि दीपक बवेजा
हम किसी के लिए कितना भी कुछ करले ना हमारे
हम किसी के लिए कितना भी कुछ करले ना हमारे
Shankar N aanjna
Stop getting distracted by things that have nothing to do wi
Stop getting distracted by things that have nothing to do wi
पूर्वार्थ
जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी!
जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी!
Vishal babu (vishu)
शेर
शेर
Dr. Kishan tandon kranti
Loneliness in holi
Loneliness in holi
Ankita Patel
औरों के संग
औरों के संग
Punam Pande
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
Nasib Sabharwal
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
अफ़सोस न करो
अफ़सोस न करो
Dr fauzia Naseem shad
वो इँसा...
वो इँसा...
'अशांत' शेखर
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
वास्तविक मौज
वास्तविक मौज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
मुक्ति मिली सारंग से,
मुक्ति मिली सारंग से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
Neelam Sharma
"शिष्ट लेखनी "
DrLakshman Jha Parimal
मुझसे  नज़रें  मिलाओगे  क्या ।
मुझसे नज़रें मिलाओगे क्या ।
Shah Alam Hindustani
2933.*पूर्णिका*
2933.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...