Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

जून की दोपहर

जल रही तवे सी,
जून की दोपहर,
बरस रहा हर तरफ,
मानो सूरज का कहर,
टपक रहीं माथे से,
टप – टप पसीने की बूँदे,
हुए सभी घर के कैदी,
कैसे कहीं घूमें ?
आसमान को तकती नजरें,
बादल को ढूँढें,
सोच रहीं बार – बार,
होकर बेकरार,
कब आएगी बरखा रानी,
कब मिलेगा करार .. ??

दिनांक :- ०७.०६.२०१६.

Language: Hindi
1 Like · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kanchan Khanna
View all
You may also like:
नाराज नहीं हूँ मैं   बेसाज नहीं हूँ मैं
नाराज नहीं हूँ मैं बेसाज नहीं हूँ मैं
Priya princess panwar
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
सत्य कुमार प्रेमी
" जिन्दगी क्या है "
Pushpraj Anant
#सन्डे_इज_फण्डे
#सन्डे_इज_फण्डे
*Author प्रणय प्रभात*
करुंगा अब मैं वही, मुझको पसंद जो होगा
करुंगा अब मैं वही, मुझको पसंद जो होगा
gurudeenverma198
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
2. *मेरी-इच्छा*
2. *मेरी-इच्छा*
Dr Shweta sood
अंगुलिया
अंगुलिया
Sandeep Pande
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
अजहर अली (An Explorer of Life)
अभी कुछ बरस बीते
अभी कुछ बरस बीते
shabina. Naaz
विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी
विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी
Mahender Singh
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
वक्त से गुज़ारिश
वक्त से गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
SHAILESH MOHAN
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
ruby kumari
"The Deity in Red"
Manisha Manjari
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
" एकता "
DrLakshman Jha Parimal
जीवन आसान नहीं है...
जीवन आसान नहीं है...
Ashish Morya
"प्यासा कुआँ"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटियां / बेटे
बेटियां / बेटे
Mamta Singh Devaa
बुला लो
बुला लो
Dr.Pratibha Prakash
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
THE MUDGILS.
THE MUDGILS.
Dhriti Mishra
डाल-डाल तुम हो कर आओ
डाल-डाल तुम हो कर आओ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
इतिहास गवाह है
इतिहास गवाह है
शेखर सिंह
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*लोकमैथिली_हाइकु*
*लोकमैथिली_हाइकु*
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*आई भादों अष्टमी, कृष्ण पक्ष की रात (कुंडलिया)*
*आई भादों अष्टमी, कृष्ण पक्ष की रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...