Books by Kanchan Khanna 3 books List Grid कंचनी श्रवनिका कंचन खन्ना मनुष्य का जीवन किसी नदी के समान सतत् प्रवाह में रहता है। कल-कल बहती हुई नदी के प्रवाह में एक अव्यक्त सा संगीत होता है। गति होती है। गति के बिना जीवन का कोई महत्व नहीं। वह शून्य है। प्राणहीन... 11 Share कंचनी चिट्टी कंचन खन्ना कहने को किसी भी विषय पर कुछ भी कहा एवं लिखा जा सकता है। किन्तु कभी-कभी हम स्वयं न कहकर यह निर्णय दूसरों को सौंप देते हैं कि वे उन विषयों पर सोचें और कहें। मेरी नवीन कृति "कंचनी चिट्टी"... 6 Share कंचनी-बयार (२) कंचन खन्ना हवा (बयार) मानव-जीवन के अभिन्न स्रोतों में से एक ऐसा स्रोत है जिसके बिना जीवन की कल्पना भी असंभव है। अदृश्य होते हुए भी हवा प्रकृति एवं मौसम के अनुरूप अपनी गति व रूप परिवर्तित करती रहती है। उसी प्रकार... 9 4 Share