*”राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति”
*”राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति”
1.महामंत्र है मेरे राम का नाम ,
जपते रहो सदा श्री राम राम राम
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम।
2. परम सुखदाई है मेरे राम का नाम ,
भजते रहो सदा श्री राम राम राम
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम ।
3.परम ब्रम्ह है मेरे राम का नाम ,
ध्यान करते रहो सदा श्री राम राम राम ।
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम।
4. महाशास्त्र है मेरे राम का नाम ,
मनन करते रहो सदा श्री राम राम राम ।
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम ।
5.महाअस्त्र है मेरे राम का नाम ,
सीखते रहो सदा श्री राम राम राम।
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम।
6 .महाविद्या है मेरे राम का नाम।
अध्ययन करते रहो सदा श्री राम राम राम ।
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम।
7.महाऔषधि है मेरे राम का नाम।
सेवन करते रहो सदा श्री राम राम राम ,
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम।
8. महाअमृत है मेरे राम का नाम ,
पान करते रहो सदा श्री राम राम राम ।
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम।
9 .जगत में सच्चा एक मेरे राम का नाम।
रटते रहो सदा श्री राम राम राम ।
नित्य श्री राम राम राम श्री राम राम राम।
राम धुन – श्री राम राम राम श्री राम राम राम
श्री राम राम राम श्री राम राम राम
श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम ।
श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम ………………..
सियावर रामचन्द्र की जय जय श्री राम श्री राम राम राम राम राम।
🙏🙏
स्वरचित ;-
श्री नरेश प्रसाद दुबे✍️
चौबे कालोनी रायपुर
छत्तीसगढ़
शशिकला व्यास शिल्पी
ये मेरे पिताजी द्वारा रचित कविता है दोनो नेत्रों से दृष्टिहीन होने के बाद भी मन राम नाम रटते हुए उनके दर्शन हेतु व्याकुल होकर यह रचित है, उन्होंने मुंह जुबानी मौखिक रूप से बोला है और मेरे द्वारा लेखन कार्य किया गया है।🙏