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22 Dec 2024 · 1 min read

“रात के बाद”

“रात के बाद”

ऐ शाम जरा ठहर
तू क्या क्या रंग दिखाती है
कभी रात कभी सुबह बन जाती है
पर हमने महसूसा है
रात के बाद सुबह जरूर आती है।

2 Likes · 2 Comments · 19 Views
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