“यादों के बस्तर”
“यादों के बस्तर”
बस्तर बहारों की खुशबू से महकता है,
मेरी आँखों में वो हर रोज सँवरता है।
बस्तर की वादियाँ रह-रह के पुकारी है,
पर अब ना कहूँ कि बाकी एक पारी है।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
“यादों के बस्तर”
बस्तर बहारों की खुशबू से महकता है,
मेरी आँखों में वो हर रोज सँवरता है।
बस्तर की वादियाँ रह-रह के पुकारी है,
पर अब ना कहूँ कि बाकी एक पारी है।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति