मैया,मोहे दाऊ आज बहुत चिढायो —आर के रस्तोगी
मैया,मोहे दाऊ आज बहुत चिढायो |
मोसो कहत तू मोल को लीन्हो,
इसलिए तुझे मोबाइल न दिलायो ||
ग्वाल-बाल सबके पास है मोबाइल |
मोहे तूने अभी तक क्यों न दिलायो ?
गैया चरावत नही जाऊँगा तब तक ,
जब तक मोबाइल मेरे पास न आयो ||
भले ही तू माखन मिश्री न दियो मोहे ,
पर मोबाइल मुझे तुरन्त दिलायो ||
कन्हैया की सुन भोली बाते,
मैया ने तुरंत गले लगायो ||
कान्हा,फ़िक्र मत कर तू अब ,
नन्द बाबा से तुरन्त मोबाइल दिलायो ||
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)