मेरी माँ
संसार का सबसे अमूल्य शब्द है माँ
तुने मुझे जन्म दिया सारे दुःख दर्द झेले
पर मुझ पर गम का साया तक नहीं पड़ने दिया
अपनी ही आँखों की नींद को भुला कर
मेरे आँखों में सपने सजाये
खुद भूखी रही पर मुझे भर पेट खिलाया
मेरे दर्द को अपने आँचल में छिपा लिया
मेरी एक मुस्कान के लिए अपनी खुशी कुर्बान किया
माँ तेरे ममता का कर्ज कोई चुका ना पाया
दुनिया की मार से तेरे गोद का ही बस सहारा मिला
इस जहाँ की सोहरत भी फिकी हैं तेरे आगे
भगवान का दिया वरदान है मेरी माँ
ओ माँ तुझे सत् सत् नमन!