Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

स्मरण और विस्मरण से परे शाश्वतता का संग हो

स्मरण और विस्मरण से परे शाश्वतता का संग हो,
ले चल मुझे भी उस पार वहाँ, जहां मृत्यु भी मस्तमलंग हो।
पारदर्शी से धरातल में हीं समाये सारे रंग हो,
आनंदस्वरूप हो हर संवेदना जहां, और नित्य बजते जलतरंग हों।
मनमौजी से फिरते बादल, हवाओं से करते व्यंग हों,
बिना डोर ऊंचाइयां छू जाएँ, ऐसी मन की पतंग हो।
वियोग अपनों का आये, ना ऐसा कोई प्रसंग हो,
मयूर क्रीड़ा करे उपवन में, और संबंधों में उमंग हों।
शिशिर की अलसाई धूप में, लुकाछुपी करती तितलियों का मोहक ढंग हो,
कहने- सुनने की आवश्यकता से परे, निःशब्दिता स्वयं में अंतरंग हो।
मासूम सांझ की अठखेलियों से, सुनहरा आसमां तंग हो,
हरसिंगार पसर रहा हो आँगन में, जिसकी खुशबू संग गूंजता मृदंग हो।

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manisha Manjari
View all
You may also like:
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
सत्य कुमार प्रेमी
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम
एक ही पक्ष में जीवन जीना अलग बात है। एक बार ही सही अपने आयाम
पूर्वार्थ
होली आ रही है रंगों से नहीं
होली आ रही है रंगों से नहीं
Ranjeet kumar patre
सत्यता और शुचिता पूर्वक अपने कर्तव्यों तथा दायित्वों का निर्
सत्यता और शुचिता पूर्वक अपने कर्तव्यों तथा दायित्वों का निर्
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अर्थ में प्रेम है, काम में प्रेम है,
अर्थ में प्रेम है, काम में प्रेम है,
Abhishek Soni
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
"जरा गौर करिए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नव कोंपलें स्फुटित हुई, पतझड़ के पश्चात
नव कोंपलें स्फुटित हुई, पतझड़ के पश्चात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तू ना मिली तो हमने
तू ना मिली तो हमने
VINOD CHAUHAN
"तुम्हारी गली से होकर जब गुजरता हूं,
Aman Kumar Holy
"" *सपनों की उड़ान* ""
सुनीलानंद महंत
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
कवि दीपक बवेजा
तज द्वेष
तज द्वेष
Neelam Sharma
नारी
नारी
विजय कुमार अग्रवाल
चेहरे का यह सबसे सुन्दर  लिबास  है
चेहरे का यह सबसे सुन्दर लिबास है
Anil Mishra Prahari
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
*सजा- ए – मोहब्बत *
*सजा- ए – मोहब्बत *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अफवाह आजकल फॉरवर्ड होती है(हास्य व्यंग्य)*
अफवाह आजकल फॉरवर्ड होती है(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
इंतहा
इंतहा
Kanchan Khanna
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
शेखर सिंह
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
Rajesh Kumar Arjun
तू  फितरत ए  शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है
तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है
Dr Tabassum Jahan
मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं
मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं
Neeraj Agarwal
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
Phool gufran
3317.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3317.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
प्रेम पत्र बचाने के शब्द-व्यापारी
प्रेम पत्र बचाने के शब्द-व्यापारी
Dr MusafiR BaithA
Loading...