Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

पुनर्आगमन

वैसी प्रेमिकाएं
जिनकी शादी
किसी और से हो जाए,
और शादी के सालों बाद
अचानक से उनका फोन आ जाए
तो ऐसा प्रतीत होता है
जैसे बुद्ध का
पुनर्आगमन हो गया हो।

इनके फोन से
या यूं कहें कि
इनके आगमन से खुशी तो होती है
किन्तु सहसा ये आभास होता है,
ये शख़्स वैसा नहीं लौटा
जैसा गया था,
ख़ैर तसल्ली इस बात से हो जाती है
कि आपका अज़ीज़ शख़्स
जहां भी है, सुखी-संपन्न है,
और प्रेम का
वास्तविक अर्थ भी तो यहीं है,
सामने वाले की खुशी!

Language: Hindi
2 Likes · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नव दीप जला लो
नव दीप जला लो
Mukesh Kumar Sonkar
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
Kishore Nigam
कहते हैं,
कहते हैं,
Dhriti Mishra
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
"खिलाफत"
Dr. Kishan tandon kranti
Hard work is most important in your dream way
Hard work is most important in your dream way
Neeleshkumar Gupt
माँ शारदे
माँ शारदे
Bodhisatva kastooriya
पता पुष्प का दे रहे,
पता पुष्प का दे रहे,
sushil sarna
राखी (कुण्डलिया)
राखी (कुण्डलिया)
नाथ सोनांचली
धरती करें पुकार
धरती करें पुकार
नूरफातिमा खातून नूरी
सीख लिया है सभी ने अब
सीख लिया है सभी ने अब
gurudeenverma198
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
ज़माना साथ था कल तक तो लगता था अधूरा हूँ।
ज़माना साथ था कल तक तो लगता था अधूरा हूँ।
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-435💐
💐प्रेम कौतुक-435💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चश्मा
चश्मा
लक्ष्मी सिंह
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
Shubham Pandey (S P)
फितरत................एक आदत
फितरत................एक आदत
Neeraj Agarwal
"Awakening by the Seashore"
Manisha Manjari
" कू कू "
Dr Meenu Poonia
*इश्क़ न हो किसी को*
*इश्क़ न हो किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
समझदार बेवकूफ़
समझदार बेवकूफ़
Shyam Sundar Subramanian
बरकत का चूल्हा
बरकत का चूल्हा
Ritu Asooja
कभी सोच है कि खुद को क्या पसन्द
कभी सोच है कि खुद को क्या पसन्द
पूर्वार्थ
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ईमान
ईमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
Loading...