;ज़िन्दगी
ज़िन्दगी की खूबसूरत परिभाषा लिख
हर बात को बढ़ाकर न तू तमाशा लिख
मौज में रहकर बीते जीवन अनमोल
निराशा को त्याग नित नवीन आशा लिख।
ज़िन्दगी की खूबसूरत परिभाषा लिख
हर बात को बढ़ाकर न तू तमाशा लिख
मौज में रहकर बीते जीवन अनमोल
निराशा को त्याग नित नवीन आशा लिख।