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30 Sep 2022 · 1 min read

माँ स्कंदमाता

पंचम पावन धाम है, पंचम दिवस प्रणाम ।
आसन कमल विराजतीं, स्कंदमात है नाम।।
स्कंदमात है नाम, जपे जो भी यह साधक ।
रहे साधना लीन, बने जो माँ आराधक ।।
कार्तिकेय हैं गोद, अलौकिक रूप वंदनम ।
नमन करो स्वीकार, देविका माता पंचम।।

वन्दना नामदेव

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