भारत माता की वंदना
वंदन नमन अभिनंदन है
तव चरणों में मां मन्नत है।
लें उठा निज गोद में मां
मुझ बालक का करूण क्रन्दन है।
मां भारती मां भारती मां भारती
गंगा यमुना पांव पखारे
चंदा लेवय आरती मां भारती
धुप दीप प्रज्ज्वलित निश दिन
सुर्य उतारें आरती, मां भारती—-
महक रही मिट्टी, धूलि तव चंदन है
मां तुम्हारे चरणों में खुब जन्नत है
कर जोरी विनय करूण क्रन्दन है
सुख शांति समृद्धि रहे भारत वासी
इसी बात की मन्नत है, मां भारती—-
पुत सपुत जो बलिदान हुआ था
शौभाग्य समझा मरने में ।
बलिदानी को हम भुला ना पायें
शीश झुकाते हैं तव चरणों में, मां भारती —-