भक्ति को ना बदनाम करे
भक्ति को ना बदनाम करें
गौरी शंकर का गुणगान करें….
भक्ति के व्यापक अर्थ जो जाने
सत्य ही शिव है वो पहचाने
मूढमति उलझन में भटके
प्रभु नागेश्वर का ध्यान करें….
तमस अनेकों होती असुर में
धैर्य की शक्ति होती सुर में
विवश विकल जब होती धरती
हर की महिमा का बखान करें….
सीमाबद्ध नहीं होते दिगंबर
कण कण में बसते हैं ईश्वर
मौन सभा होती प्रांगण में
डमरूधर सच्चा निदान करें….
कामना जो भी है मनकी
उपासना करते हैं उनकी
भय नहीं है कभी किसी से
महेश्वर सदा कल्याण करें….
भारती दास ✍️