बड़ा गुरु
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की किसी भी इंसान का ये मानना की वो पूर्णतया सही है ,अहंकार की निशानी है , उस व्यक्ति के बात बात पर अपने आप को सही साबित करने वाली बहस का तरीका उस इंसान के आंतरिक एवं बाहरी ज्ञान को दर्शाता है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा गुरु -सबसे बेहतरीन सिखाने वाला विश्विद्यालय -सबसे साफ़ बेशकीमती आईना -जीवन की सबसे बड़ी गलतफहमियों को दूर करने वाला मित्र और उस व्यक्ति को अपने आपसे मिलाना वाला समय उसका गलत समय होता है जब उसकी परछाई भी उससे पहचान मांग रही होती है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की किसी भी व्यक्ति का चरित्र उसका स्पर्श बता देता है की वो हमारे बारे में कैसा और क्या सोच रहा /रही है …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की अगर अपने आप को तराशना है और संवरना है तो अपनी आत्मा की आवाज सुनिए और अगर दुनियादारी के झूठे भ्र्मजाल में उलझे रहना है तथा बिखरना तो बाहर के शोर की सुनिए …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान
श्राद्ध पक्ष/पितृ पक्ष -परमपिता परमेश्वर से अरदास है की वो आपके अपने नातेदारों -रिश्तेदारों -मित्र -बंधू -बांधवों -एवं समस्त दिवंगत हो चुकी आत्माओं को उनके कर्मों के हिसाब से शांति दें -मुक्ति दें -मोक्ष दें ,उनका सकारात्मक स्नेह भरा आशीर्वाद आपके और आपके परिवार पर बना रहे …??