Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
लक्ष्मी सिंह
164 Followers
Follow
Report this post
24 Aug 2019 · 1 min read
बेटी और प्रकृति
स्त्री और प्रकृति की करो सुरक्षा,
तभी होगा विश्व कल्याण की रक्षा।
—लक्ष्मी सिंह
Language:
Hindi
Tag:
Quote Writer
,
कोटेशन
Like
Share
1 Like
·
1 Comment
· 373 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
दर्पणिका
Lakshmi Singh
भव्य भू भारती
Lakshmi Singh
दोहाद्युथी
Lakshmi Singh
You may also like:
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
TAMANNA BILASPURI
दुनियां का सबसे मुश्किल काम है,
Manoj Mahato
राम की आराधना
surenderpal vaidya
ख़्याल आते ही क़लम ले लो , लिखो तुम ज़िंदगी ,
Neelofar Khan
4401.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी की जद्दोजहद
Davina Amar Thakral
अन्तर्मन में अंत का,
sushil sarna
खुशियों की सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#Motivational quote
Jitendra kumar
जब तक हमारे अंदर संदेह है तब तक हम विश्वास में नहीं उतर सकते
Ravikesh Jha
ছায়া যুদ্ধ
Otteri Selvakumar
मुझे साहित्य का ज्यादा ज्ञान नहीं है। न ही साहित्य मेरा विषय
Sonam Puneet Dubey
आंख हो बंद तो वो अपना है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम ख़फ़ा हो
Dr fauzia Naseem shad
बाल दिवस
Dr Archana Gupta
रंजीत कुमार शुक्ला - हाजीपुर
हाजीपुर
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
मुक्तक
Suryakant Dwivedi
वर्दी (कविता)
Indu Singh
"यह आम रास्ता नहीं है"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅कमाल के लोग🙅
*प्रणय*
ये जरूरी तो नहीं
RAMESH Kumar
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
Keshav kishor Kumar
कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिफल चलता रहता है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कभी ख़ुशी कभी ग़म
Dr. Rajeev Jain
*न्याय-देवता के आसन पर, बैठा जो यदि अन्यायी है (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
कोलकाता की मौमीता का बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या....ये तत्
ruby kumari
बेकरार दिल
Ritu Asooja
Loading...