साईकिल दिवस
विषय – साईकिल दिवस
साईकिल एक जिंदगी का मंथन है। स्वस्थ और शरीर के साथ चलती हैं। दो पहिए जीवन संतुलन बताते हैं। पैडल से हम रफ़्तार पंहुच की बनाते हैं। बस यही जीवन में साईकिल हमको कहती हैं। आज हम सभी साईकिल चलाते हैं। सच तो यही जननी दो पहिया साइकिल कहते हैं। यही साईकिल हम सभी को सदा भाती हैं। सच आओ हम सभी साईकिल चलाते हैं। जीवन के बचपन में लौट आते हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र.