Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

बरसात

ओ प्रियतमा
ऋतु बरसात आई
मनभावन फुहार लाई
प्यार ने ली अंगड़ाई
आन मिलो मन समाई

ओ प्रियतमा
पुकारें तुम्हे सजन
राह तक रहे नयन
सपने संजोये रहे
अपने मे खोये मगन

ओ प्रियतमा
जब छाई घनघोर घटा
मन लरजे देख छटा
होश उड़े नींद गई
कई खंडो मे मन बटा

ओ प्रियतम
अंगने मे भरा जल
देख हो जाऊं विकल
कैसे आऊं तुम तक
राह नही है सरल

ओ प्रियतम
करो कुछ उपाय इसका
मिलना हो आसान हमका
सुनत नाहि हमरी बात
करत सब अपने मनका

स्वरचित
मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल
प्रकाशित

Language: Hindi
68 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ashwani Kumar Jaiswal
View all
You may also like:
!! परदे हया के !!
!! परदे हया के !!
Chunnu Lal Gupta
ग़म बहुत है दिल में मगर खुलासा नहीं होने देता हूंI
ग़म बहुत है दिल में मगर खुलासा नहीं होने देता हूंI
शिव प्रताप लोधी
** सुख और दुख **
** सुख और दुख **
Swami Ganganiya
वैविध्यपूर्ण भारत
वैविध्यपूर्ण भारत
ऋचा पाठक पंत
मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है।
मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है।
Sanjay ' शून्य'
पाने की आशा करना यह एक बात है
पाने की आशा करना यह एक बात है
Ragini Kumari
2314.पूर्णिका
2314.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
जग जननी
जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
gurudeenverma198
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चाय पे चर्चा
चाय पे चर्चा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गुरू शिष्य का संबन्ध
गुरू शिष्य का संबन्ध
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
VINOD CHAUHAN
ज़िंदगी एक जाम है
ज़िंदगी एक जाम है
Shekhar Chandra Mitra
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
"लायक़" लोग अतीत की
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी दोस्ती मेरा प्यार
मेरी दोस्ती मेरा प्यार
Ram Krishan Rastogi
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
इतना आदर
इतना आदर
Basant Bhagawan Roy
' नये कदम विश्वास के '
' नये कदम विश्वास के '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
जय लगन कुमार हैप्पी
दुआ कबूल नहीं हुई है दर बदलते हुए
दुआ कबूल नहीं हुई है दर बदलते हुए
कवि दीपक बवेजा
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
कवि रमेशराज
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
बुद्धिमान हर बात पर, पूछें कई सवाल
बुद्धिमान हर बात पर, पूछें कई सवाल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुझे नेकियों के मुँह से
तुझे नेकियों के मुँह से
Shweta Soni
कैसे गीत गाएं मल्हार
कैसे गीत गाएं मल्हार
Nanki Patre
स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त
स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...