Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2023 · 1 min read

दुआ कबूल नहीं हुई है दर बदलते हुए

दुआ कबूल नहीं हुई है दर बदलते हुए
मैं हार गया हूं बार-बार घर बदलते हुए

चिरागों की रोशनी को नीलाम किया है
अच्छा नहीं किया सूरज ने निकलते हुए

✍️कवि दीपक सरल

1 Like · 333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
डॉ० रोहित कौशिक
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
"उपकार"
Dr. Kishan tandon kranti
2578.पूर्णिका
2578.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दिल तेरी जुस्तजू
दिल तेरी जुस्तजू
Dr fauzia Naseem shad
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
पूर्वार्थ
सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
Yogendra Chaturwedi
शातिर दुनिया
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जीवन छोटा सा कविता
जीवन छोटा सा कविता
कार्तिक नितिन शर्मा
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️नोट : दिनांक 5 अप्रैल 2023 से चल रहे रामचरि
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️नोट : दिनांक 5 अप्रैल 2023 से चल रहे रामचरि
Ravi Prakash
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
विमला महरिया मौज
"मित्र से वार्ता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
तिरंगा
तिरंगा
Dr Archana Gupta
झूमका
झूमका
Shekhar Chandra Mitra
तेरी सख़्तियों के पीछे
तेरी सख़्तियों के पीछे
ruby kumari
कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा,
कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा,
Anand Kumar
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना
ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना
कवि दीपक बवेजा
पिनाक धनु को तोड़ कर,
पिनाक धनु को तोड़ कर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दुश्मन जमाना बेटी का
दुश्मन जमाना बेटी का
लक्ष्मी सिंह
हमार उत्तर प्रदेश
हमार उत्तर प्रदेश
Satish Srijan
"ये सुना है कि दरारों में झांकता है बहुत।
*Author प्रणय प्रभात*
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
Hanuman Ramawat
1🌹सतत - सृजन🌹
1🌹सतत - सृजन🌹
Dr Shweta sood
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
आनन्द मिश्र
Loading...