Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Sep 2024 · 1 min read

*बता दे आज मुझे सरकार*

तड़प रहा है कोई दर्द से, कहीं पे चीख पुकार।
बता दे आज मुझे सरकार—
गाय गौमूत्र धर्मवाद से, छुआछूत और जातिवाद से,
क्यों बनाते अपना शिकार।
बता दे आज मुझे सरकार।।१।।
जो मेहनत करके ही खाते, रोते बिलखते मैला उठाते,
क्यों खाते ये फटकार।
बता दे आज मुझे सरकार।।२।।
चोर उचक्के खुले घूमते, सरेआम ही होंठ चूमते,
वर्दी का भी ध्यान कहांँ यूं होते बलात्कार।
बता दे आज मुझे सरकार।।३।।कर लूट खसोट और रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार करें भरें तिजोरी,
सजा क्यों नहीं अपराधी को देते थानेदार।
बता दे आज मुझे सरकार।।४।।
यह नीच है ये है ऊंँचा, भेदभाव कर करें फजीता,
अनपढ़ की बात नहीं छोड़ो पढ़ा लिखा बना गंवार।
बता दे आज मुझे सरकार।।५।।
हर विभाग में जाकर देखो, अपना दर्द सुनाकर देखो,
जो लाइन में वही आज तक खाते धक्का मार।
बता दे आज मुझे सरकार।।६।।
जितने ऊँचे बैठे आसन, उतना भ्रष्ट है सिंहासन,
नाक काढ़कर बोलें वो ही जिनके दामन में दाग।
बता दे आज मेरे सरकार।।७।।
कोई परीक्षा सेफ नहीं है, गिनों चुनों को रोक नहीं है,
इंसानियत भूल चुके हैं कहता दुष्यन्त कुमार।
बता दे आज मुझे सरकार।।८।।
तड़प रहा है कोई दर्द से, कहीं पे चीख पुकार।
बता दे आज मुझे सरकार।।

Language: Hindi
1 Like · 14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dushyant Kumar
View all
You may also like:
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
Shivkumar Bilagrami
*सौभाग्य*
*सौभाग्य*
Harminder Kaur
आँचल की छाँह🙏
आँचल की छाँह🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
यादगार बनाएं
यादगार बनाएं
Dr fauzia Naseem shad
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
Krishna Kumar ANANT
"कितना कठिन प्रश्न है यह,
शेखर सिंह
हिंदी दोहे-प्राण
हिंदी दोहे-प्राण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3380⚘ *पूर्णिका* ⚘
3380⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
Anis Shah
दीपावली
दीपावली
Deepali Kalra
बेटा बेटी है एक समान,
बेटा बेटी है एक समान,
Rituraj shivem verma
इक तुम्ही तो लुटाती हो मुझ पर जमकर मोहब्बत ।
इक तुम्ही तो लुटाती हो मुझ पर जमकर मोहब्बत ।
Rj Anand Prajapati
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
*बांहों की हिरासत का हकदार है समझा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
न मुझको दग़ा देना
न मुझको दग़ा देना
Monika Arora
" इश्तिहार "
Dr. Kishan tandon kranti
*क्या हाल-चाल हैं ? (हास्य व्यंग्य)*
*क्या हाल-चाल हैं ? (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
संबंध क्या
संबंध क्या
Shweta Soni
गए थे दिल हल्का करने,
गए थे दिल हल्का करने,
ओसमणी साहू 'ओश'
హాస్య కవిత
హాస్య కవిత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
पूर्वार्थ
* भावना स्नेह की *
* भावना स्नेह की *
surenderpal vaidya
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
फूल बन खुशबू बिखेरो तो कोई बात बने
फूल बन खुशबू बिखेरो तो कोई बात बने
इंजी. संजय श्रीवास्तव
..
..
*प्रणय प्रभात*
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
Neelam Sharma
आज बगिया में था सम्मेलन
आज बगिया में था सम्मेलन
VINOD CHAUHAN
खुशी पाने की जद्दोजहद
खुशी पाने की जद्दोजहद
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...