बच्चे देश की शान हैं
बच्चे देश की शान हैं, हमें उनपर अभिमान हैं,
बच्चे मन के सच्चे हैं, सबकी आँखों के तारे हैं,
बच्चे सबको भाते हैं, सबके मन को लुभाते हैं,
देख-देख बच्चों के करतब, मात-पिता मुस्काते हैं।।
बच्चे फूल हैं, बच्चे खुशबु, बच्चे ही मल्हार हैं,
बच्चे उन्नति, बच्चे प्रगति, बच्चों से घरबार हैं,
दिल की धड़कन बच्चे हैं, बच्चों से परिवार हैं,
बच्चे आशा और अभिलाषा, बच्चों का संसार है।।
बच्चे नादान, बच्चे नटखट, बच्चे समझदार हैं,
बच्चों-सा बनने को देखो हर मानव तैयार है,
बच्चे दौड़ते, बच्चे हँसते, बच्चे ज़िम्मेदार हैं,
बच्चे पढ़ते, बच्चे लिखते, बच्चे कर्णधार हैं ।।