प्रेम में तू मेरी राधा बन जा
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प्रेम में तू मेरी राधा बन जा
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回回回回回☙【1】☙回回回回回
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प्रेम में तू मेरी राधा बन जा
कृष्ण तेरा बन जाऊं मैं…
मोह माया सब त्याग कर
श्री चरणों में आऊं मैं….
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回回回回回☙【2】☙回回回回回
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सह्रदय प्रेम तू निभाती जा
मीरा जैसी बन जाऊं मैं…
प्रेम भक्ति में न अंतर कोई
डूब अमरत्व को पाऊं मैं…
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回回回回回☙【3】☙回回回回回
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ज्ञान प्रकाश पुंज तलास जा
प्रेम मर्म जान जाऊं मैं…
प्रेम रंग प्रेम रस में सराबोर हो
प्रेम गीत गुनगुनाऊं मैं….
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回回回回回☙【4】☙回回回回回
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प्रेम परोक्ष के भेद खोल कर
दो दिलों को मिलाऊं मैं…
मिटाकर गिला शिकवा सारे
करीब तेरे फिर आऊं मैं….
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回回回回回☙【5】☙回回回回回
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प्रेम मन की लौ तू बढ़ाते जा
हरी भजन कीर्तन गाऊं मैं…
मीरा और सूरदास की तरह
प्रेम की अलख जगाऊं मैं…
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回回回回回☙【6】☙回回回回回
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बेक़रार आँखे दीदार को तरसे
श्याम की प्रीत बन जाऊं मैं…
हे मुरली मनोहर जगा दो हमे
चरणों की धूल बन जाऊं मैं…
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回回回回回☙【7】☙回回回回回
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सौप दिया मैंने समूचा जीवन
सांवरे ख़ूब प्रेम लुटाऊं मैं…
कुंदन कलित करील से गुजरकर
परममोक्ष प्राप्त कर जाऊं मैं…
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स्वरचित
प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)