Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2021 · 1 min read

प्यार में तकरात

विषय:प्यार में तक़रार
दिन-शुक्रवार
विधा:कविता

तुम मुझसे यूँ
रूठ जाया न करो ।
मेरी बातो को गलत समझ,
यूँ झुठलाया न करो
प्यार में तकरार भी जरूरी है।

हम दोनो गैर नहीं है,
ओर अनजाने भी तो नही हैं।
अपनी गलती भी हम समझते हैं
बस दोनों नादान जरूर हैं।।
प्यार में तकरार भी जरूरी है।

आप को मेरी बातें न जाने क्यो
खटकती रहती हैं अक्सर
पर इसमें सच्चाई है,की प्यार गहरा है
अंतिम हद तक भरपूर बना भी रहेगा
प्यार में तकरार भी जरूरी है।

सोचो गलती पर ,अपनी अपनी
यूँ पछताया न करो तुम अकेले में
प्यार और टकरार तो जरूरी हैं
एक दूजे के लिए साथ देने को
प्यार में तकरार भी जरूरी है।

बातों को यूँ ठुकराया न करो
ध्यान तो जरा लगाया करो
साथ देना है अब तो जीवन भर यूँ ही
मत हटना अब तो पीछे कभी
प्यार में तकरार भी जरूरी है।

डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
"जीवन की परिभाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
गद्दार है वह जिसके दिल में
गद्दार है वह जिसके दिल में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आज फिर इन आँखों में आँसू क्यों हैं
आज फिर इन आँखों में आँसू क्यों हैं
VINOD CHAUHAN
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
कवि का दिल बंजारा है
कवि का दिल बंजारा है
नूरफातिमा खातून नूरी
संवेदना सुप्त हैं
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
आज मैया के दर्शन करेंगे
आज मैया के दर्शन करेंगे
Neeraj Mishra " नीर "
बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
बहुत समय हो गया, मैं कल आया,
पूर्वार्थ
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
Taj Mohammad
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मैं लिखती नहीं
मैं लिखती नहीं
Davina Amar Thakral
कड़वाहट के मूल में,
कड़वाहट के मूल में,
sushil sarna
रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है
रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
भारत माता की वंदना
भारत माता की वंदना
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
Sukoon
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
आर.एस. 'प्रीतम'
आज भगवान का बनाया हुआ
आज भगवान का बनाया हुआ
प्रेमदास वसु सुरेखा
*लेटलतीफ: दस दोहे*
*लेटलतीफ: दस दोहे*
Ravi Prakash
"मैं सोच रहा था कि तुम्हें पाकर खुश हूं_
Rajesh vyas
* कष्ट में *
* कष्ट में *
surenderpal vaidya
सपनों में खो जाते अक्सर
सपनों में खो जाते अक्सर
Dr Archana Gupta
आंखों में नींद आती नही मुझको आजकल
आंखों में नींद आती नही मुझको आजकल
कृष्णकांत गुर्जर
■ आज की बात
■ आज की बात
*प्रणय प्रभात*
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mukesh Kumar Sonkar
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
2905.*पूर्णिका*
2905.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...