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26 Apr 2020 · 1 min read

पता है डूब कर मर ही जाना है

पता है डूब कर मर ही जाना है
फिर भी उस सफ़र पर जा रहा हूँ मैं

जिस राह से तोड़ आया रिश्ता पुराना
कदमों के निशान को खोजता जा रहा हूँ मैं

यारों किनारों ने संभाला था,आज तक
उन्हीं किनारों को छोड़ता जा रहा हूँ मैं

भूपेंद्र रावत
24।04।2020

1 Like · 553 Views

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