Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2020 · 1 min read

पगडंडी ने पग छीले हैं

हरियाली ही हरियाली है मेरे पथ के दोनों ओर
व्यथा यही है पगडंडी ने पग छीले हैं।

प्रथम चरण जब धरा दूब पर
एक सुखद स्पर्श हुआ
तब ना सोचा दुर्वा के अंतर में
कितना दर्द हुआ
आज आवरण रहित धरा के
अंतर में लाखों कीले हैं।
व्यथा यही है पगडंडी ने पग छीले हैं।

सदा रहूं मैं हरित
कामना मिथ्या की थी तरुवर ने
उसे डंसा आकर एक दिन
मौसम के नीले विषधर ने
हरी डाल पर लाल फूल
पत्ते पीले हैं।
व्यथा यही है पगडंडी ने पग छीले हैं।

मन का दुख सहते सहते
पथराई आंखें छलक गर्इं
कई रातों की जमी हुई
कुछ ओस की बूंदें ढलक गर्इं
आंसू कहां सुखाऊं सभी
आंचल गीले हैं।
व्यथा यही है पगडंडी ने पग छीले हैं।
हरियाली ही हरियाली है मेरे पथ के दोनों ओर
व्यथा यही है पगडंडी ने पग छीले हैं।

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 437 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
हिमांशु Kulshrestha
’बज्जिका’ लोकभाषा पर एक परिचयात्मक आलेख / DR. MUSAFIR BAITHA
’बज्जिका’ लोकभाषा पर एक परिचयात्मक आलेख / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
पुस्तक
पुस्तक
जगदीश लववंशी
ख्वाहिशों के समंदर में।
ख्वाहिशों के समंदर में।
Taj Mohammad
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बेटा पढ़ाओ कुसंस्कारों से बचाओ
बेटा पढ़ाओ कुसंस्कारों से बचाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
Anand Kumar
वाह रे जमाना
वाह रे जमाना
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
नजर  नहीं  आता  रास्ता
नजर नहीं आता रास्ता
Nanki Patre
2864.*पूर्णिका*
2864.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
कुछ इस तरह से खेला
कुछ इस तरह से खेला
Dheerja Sharma
गरीब
गरीब
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दुम कुत्ते की कब हुई,
दुम कुत्ते की कब हुई,
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-476💐
💐प्रेम कौतुक-476💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
झूम मस्ती में झूम
झूम मस्ती में झूम
gurudeenverma198
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
VEDANTA PATEL
आओ कृष्णा !
आओ कृष्णा !
Om Prakash Nautiyal
मंजिलें
मंजिलें
Mukesh Kumar Sonkar
■ सावधान...
■ सावधान...
*Author प्रणय प्रभात*
आंखों में शर्म की
आंखों में शर्म की
Dr fauzia Naseem shad
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
Shekhar Chandra Mitra
लम्हा-लम्हा
लम्हा-लम्हा
Surinder blackpen
शुरुआत
शुरुआत
Er. Sanjay Shrivastava
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
DrLakshman Jha Parimal
*हम पर अत्याचार क्यों?*
*हम पर अत्याचार क्यों?*
Dushyant Kumar
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
Neelam Sharma
राखी सांवन्त
राखी सांवन्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
Loading...