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18 Aug 2023 · 1 min read

कुछ इस तरह से खेला

कुछ इस तरह से खेला
इस ज़िन्दगी का खेल
बेमेल लोगों से हमेशा
हमनें रखा मेल।
कुछ इस तरह से तय
किये हैं हमने रास्ते
दफन कर दीं ख्वाहिशें
मंज़िल के वास्ते।
कुछ इस तरह से पूरी की
हमने किताबे ए दिल
हर इक सफे पे लिखा”
फुर्सत में खुद से मिल”।
****धीरजा शर्मा******

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