Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

■ सावधान…

■ सावधान…
नहीं रखा ध्यान तो बगीचा हो जाएगा वीरान। कूड़े-करकट से बचो, वरना भुगतोगे।।

Language: Hindi
1 Like · 90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शाम
शाम
Neeraj Agarwal
2478.पूर्णिका
2478.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अब तक मुकम्मल नहीं हो सका आसमां,
अब तक मुकम्मल नहीं हो सका आसमां,
Anil Mishra Prahari
बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA
बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
अवधी स्वागत गीत
अवधी स्वागत गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
*लय में होता है निहित ,जीवन का सब सार (कुंडलिया)*
*लय में होता है निहित ,जीवन का सब सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
किसान की संवेदना
किसान की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
।।बचपन के दिन ।।
।।बचपन के दिन ।।
Shashi kala vyas
तुम न समझ पाओगे .....
तुम न समझ पाओगे .....
sushil sarna
अनपढ़ दिखे समाज, बोलिए क्या स्वतंत्र हम
अनपढ़ दिखे समाज, बोलिए क्या स्वतंत्र हम
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
पंकज कुमार कर्ण
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
*मन के धागे बुने तो नहीं है*
*मन के धागे बुने तो नहीं है*
Buddha Prakash
मुकेश का दीवाने
मुकेश का दीवाने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
" मंजिल का पता ना दो "
Aarti sirsat
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
*Author प्रणय प्रभात*
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
पिता
पिता
Shweta Soni
लौट कर न आएगा
लौट कर न आएगा
Dr fauzia Naseem shad
Believe,
Believe,
Dhriti Mishra
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
आ रही है लौटकर अपनी कहानी
Suryakant Dwivedi
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
Mohan Pandey
मनुस्मृति का, राज रहा,
मनुस्मृति का, राज रहा,
SPK Sachin Lodhi
यही बस चाह है छोटी, मिले दो जून की रोटी।
यही बस चाह है छोटी, मिले दो जून की रोटी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"आँखें"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐसे भी मंत्री
ऐसे भी मंत्री
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
Ranjeet kumar patre
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
manjula chauhan
Loading...