नारियों के लिए जगह
क्या कोई जगह है
नारियों के लिए?
जहाँ न हो वह
कोई नातेदार
माँ बहन पत्नी प्रेयसी
और न हो कोई
सौन्दर्य का संसार
क्या कोई जगह है
नारियों के लिए?
जहाँ न हो कोई
आग का दरिया
न ही बन सके
खेल का जरिया
बसर न कर सके
भेदभाव पूर्ण नजरिया
क्या कोई जगह है
नारियों के लिए?
नारी शक्ति पर आधारित
प्रकाशित काव्य-कृति :
‘बराबरी का सफर’ से चन्द पंक्तियाँ।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत भूषण सम्मान प्राप्त।