Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2024 · 1 min read

” नजरिया “

” नजरिया ”
बस नजरिये का तो फर्क है,
यहाँ अपना ना कोई पराया नहीं,
फकत दिल से काम लीजिए,
सूरज का होता कभी साया नहीं।

3 Likes · 3 Comments · 47 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
" मरघट "
Dr. Kishan tandon kranti
क्या हुआ यदि हार गए तुम ,कुछ सपने ही तो टूट गए
क्या हुआ यदि हार गए तुम ,कुछ सपने ही तो टूट गए
पूर्वार्थ
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
Dr Archana Gupta
जै हनुमान
जै हनुमान
Seema Garg
माँ ऐसा वर ढूंँढना
माँ ऐसा वर ढूंँढना
Pratibha Pandey
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
shabina. Naaz
🙅आज है दो जून🙅
🙅आज है दो जून🙅
*प्रणय प्रभात*
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
अजब तमाशा जिन्दगी,
अजब तमाशा जिन्दगी,
sushil sarna
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
Sunil Maheshwari
4) धन्य है सफर
4) धन्य है सफर
पूनम झा 'प्रथमा'
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक ऐसा दोस्त
एक ऐसा दोस्त
Vandna Thakur
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
8. *माँ*
8. *माँ*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
कवि रमेशराज
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
हिन्दी दोहा-विश्वास
हिन्दी दोहा-विश्वास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
तुम ही तो हो
तुम ही तो हो
Ashish Kumar
पांव में मेंहदी लगी है
पांव में मेंहदी लगी है
Surinder blackpen
इक तुम्ही तो लुटाती हो मुझ पर जमकर मोहब्बत ।
इक तुम्ही तो लुटाती हो मुझ पर जमकर मोहब्बत ।
Rj Anand Prajapati
अंधभक्ति
अंधभक्ति
मनोज कर्ण
पसीने वाली गाड़ी
पसीने वाली गाड़ी
Lovi Mishra
“जिंदगी की राह ”
“जिंदगी की राह ”
Yogendra Chaturwedi
*अहं ब्रह्म अस्मि*
*अहं ब्रह्म अस्मि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यदि सत्य बोलने के लिए राजा हरिश्चंद्र को याद किया जाता है
यदि सत्य बोलने के लिए राजा हरिश्चंद्र को याद किया जाता है
शेखर सिंह
रास्ते और राह ही तो होते है
रास्ते और राह ही तो होते है
Neeraj Agarwal
Loading...