Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2024 · 1 min read

“दो धाराएँ”

“दो धाराएँ”
एक चमन है
एक पवन है
महकते हैं सुमन सा,
एक नदी की
दो धाराएँ
मिलते हैं संगम सा।

2 Likes · 2 Comments · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
ज़िंदगी में अपना पराया
ज़िंदगी में अपना पराया
नेताम आर सी
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
*अजीब आदमी*
*अजीब आदमी*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
Shweta Soni
" रिवायत "
Dr. Kishan tandon kranti
धवल चाँदनी में हरित,
धवल चाँदनी में हरित,
sushil sarna
सच जिंदा रहे(मुक्तक)
सच जिंदा रहे(मुक्तक)
दुष्यन्त 'बाबा'
एक मोम-सी लड़की रहती थी मेरे भीतर कभी,
एक मोम-सी लड़की रहती थी मेरे भीतर कभी,
ओसमणी साहू 'ओश'
तुम्हीं  से  मेरी   जिंदगानी  रहेगी।
तुम्हीं से मेरी जिंदगानी रहेगी।
Rituraj shivem verma
कर दिया है राम,तुमको बहुत बदनाम
कर दिया है राम,तुमको बहुत बदनाम
gurudeenverma198
जनक दुलारी
जनक दुलारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
🤔🤔🤔
🤔🤔🤔
शेखर सिंह
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*
*"देश की आत्मा है हिंदी"*
Shashi kala vyas
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
The_dk_poetry
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
पूर्वार्थ
23/128.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/128.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"लोगों की सोच"
Yogendra Chaturwedi
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खुद से प्यार
खुद से प्यार
लक्ष्मी सिंह
दादी की वह बोरसी
दादी की वह बोरसी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
तुझमें : मैं
तुझमें : मैं
Dr.Pratibha Prakash
विद्या देती है विनय, शुद्ध  सुघर व्यवहार ।
विद्या देती है विनय, शुद्ध सुघर व्यवहार ।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Harish Chandra Pande
संज्ञा
संज्ञा
पंकज कुमार कर्ण
■ पसंद अपनी-अपनी, शौक़ अपने-अपने। 😊😊
■ पसंद अपनी-अपनी, शौक़ अपने-अपने। 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
Loading...