दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
ऊँचा सुनते लोग जो , कहलाते सरकार ।
वो क्या जानें भूख का, कैसा है संसार ।।
कुर्सी ऊँची हो गई, ऊँचे हो गए लोग ।
ऊँचा सुनने का लगा,इन बगुलों को रोग ।।
ऊँचे लोगों का बड़ा, ऊँचा है संसार ।
इनके आगे भूख का, रोना है बेकार ।।
सुशील सरना / 7-1-25