दृढ़ निश्चय
कोशिश करना छोड़ मत बन्दे,कोशिश कर कर फल निकलेगा।
मेहनत तेरी रंग लायेगी बन्दे,फल आज नहीं तो कल निकलेगा।।
रख विश्वास तू अपने मन पर,तू जो चाहेगा वही कर निकलेगा।
दृढ़ निश्चय यदि अटल है तेरा,मरुस्थल से भी जल निकलेगा।।
अपनी मेहनत और अपने बल पर,लगा वृक्ष सम्पूर्ण धरती पर।
जब रंग लाएगा तेरा परिश्रम,तो बंजर जमीन पर वृक्ष निकलेगा।।
जो जिंदा रक्खी उम्मीदें दिल में,तो पहाड़ों से गंगाजल निकलेगा।
रख खुद पर भरोसा और विश्वास प्रभु पर तेरा जादू हमेशा चल निकलेगा।।
कहे विजय बिजनौरी ऐ बंदे,जो करते हैं विश्वास खुदी पर।
उनके पसीने में दम है इतना, जो गिरे धरती पर फल निकलेगा।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।