दाल रोटी खाओ राम के गुण गाओ
नफ़रत के कारोबारी को सलाम साजिश के कारोबारी को सलाम गरीब रोये,चीखें या चिल्लाए उजाले की चमक को सलाम
हार दर हार से क्यूं हाहाकार
जीत के जादूगरों को सलाम उजड़ गए घर ,आशियाने
उजाड़ने वालों को बार बार सलाम
गमों ,कांटों ,दर्दों पे दवा काहे की इन्तहा चुभन देने वालों को सलाम
पिक्चर दिखाओ लाइव टेलीकास्ट दिखाओ
सत्यवादियो के न्यूज़ चैनल्स को सलाम
क्यों लड़ते बहस करते हैं अवाम मूर्ख लोकतंत्र को सलाम
दाल रोटी खाओ राम के गुण गाओ
फ्री राशन देने वालों को सलाम
यूं ही मरते रहते हैं किसान विसान
मुआवजा न देने वालों को सलाम जीत गये सारे ,हैप्पी हैप्पी होली तमाम ईवीएम को सलाम
पैसे नहीं थे नहीं देखी कश्मीर फाइल्स
डायरेक्टर और प्रोड्यूसर को सलाम
जन धन ,नेता धन ,काला धन इंडिया बैंक स्विस बैंक को सलाम बांटो बेचो जो बचा वो भी बेचो बेचने वालों को बार बार सलाम क्या हिन्दू क्या मुसलमान क्या सिख
मन की बात को मेरा सलाम
बहुत आवारा हो गये बेरोजगार होटल, रेस्टोरेंट्स वालों को सलाम