*दया*
दया
दया विद्वानों का गुण है भाई,
इसका फल बड़ा सुखदाई।
दया अपनाओ अहंकार छोड़ो।
सभी से दया का नाता जोड़ो।।१।।
दया से व्यक्ति होता महान।
दया है विद्वानों की शान।
दया देती हमको शक्ति।
बन जाते हम पूर्ण व्यक्ति।।२।।
दया क्षमा का नाम है।
विनम्रता इसकी पहचान है।
दया करो तुम पाओ वरदान।
मिलेगा इससे जीवनदान।।३।।
दया से ऐसा धर्म मिलेगा।
जो मरने पर संग चलेगा।
दया से होगा जीवन उद्धार।
दया है जीवन का आधार।।४।।
सभी प्राणियों पर दया दिखाओ।
दया कभी ना भूल पाओ।
निश्चय करो तुम अन्तिम क्षण तक।
दया न छोड़े अंतिम क्षण तक।।५।।
दया कराती आत्मज्ञान।
इसका करो तुम सबको दान।
दया दिखाओ सब पर आज।
दया दिखाकर करो सुधार।।६।।
दया को हम कभी नहीं तजेंगे।
दया से पीछे नहीं हटेंगे।
दया को जीवन में अपनाओ।
पूर्व दयानिधि बन जाओ।।७।।
दुष्यन्त कुमार की यही है शिक्षा।
दया की किसी से ले लो दीक्षा।
दुश्मन पर भी दया दिखाओ।
नवजीवन को फिर से लाओ।।८।।