Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2022 · 1 min read

तोहमतें

इल्जाम लगाने की रवायत है ,
तो रस्म अदायगी तो करनी ही है ।
चाहे झूठ हो या सच ,जैसे भी हो ,
तोहमतें तो लगानी ही है ।

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Comments · 156 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
युवा दिवस
युवा दिवस
Tushar Jagawat
देश हमारा
देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
भारत के बदनामी
भारत के बदनामी
Shekhar Chandra Mitra
-- धरती फटेगी जरूर --
-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
Seema gupta,Alwar
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
VINOD CHAUHAN
!!! हार नहीं मान लेना है !!!
!!! हार नहीं मान लेना है !!!
जगदीश लववंशी
वाचाल पौधा।
वाचाल पौधा।
Rj Anand Prajapati
जालोर के वीर वीरमदेव
जालोर के वीर वीरमदेव
Shankar N aanjna
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
"जरा सोचो"
Dr. Kishan tandon kranti
है शारदे मां
है शारदे मां
नेताम आर सी
मरासिम
मरासिम
Shyam Sundar Subramanian
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी पर हाइकू .....
हिन्दी पर हाइकू .....
sushil sarna
कुछ बहुएँ ससुराल में
कुछ बहुएँ ससुराल में
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
फकत है तमन्ना इतनी।
फकत है तमन्ना इतनी।
Taj Mohammad
संगीत का महत्व
संगीत का महत्व
Neeraj Agarwal
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ह्रदय की स्थिति की
ह्रदय की स्थिति की
Dr fauzia Naseem shad
■ एम है तो एम है।
■ एम है तो एम है।
*Author प्रणय प्रभात*
जो बीत गया उसे जाने दो
जो बीत गया उसे जाने दो
अनूप अम्बर
शाकाहारी जिंदगी, समझो गुण की खान (कुंडलिया)
शाकाहारी जिंदगी, समझो गुण की खान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
शब्द अभिव्यंजना
शब्द अभिव्यंजना
Neelam Sharma
कहानी
कहानी
कवि रमेशराज
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
ना धर्म पर ना जात पर,
ना धर्म पर ना जात पर,
Gouri tiwari
ये आकांक्षाओं की श्रृंखला।
ये आकांक्षाओं की श्रृंखला।
Manisha Manjari
जो चाहने वाले होते हैं ना
जो चाहने वाले होते हैं ना
पूर्वार्थ
Loading...