Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2024 · 1 min read

तू भी इसां कहलाएगा

***तू भी इसां कहलाएगा***
मज़हब को रण में बदलके
हिंसा की आग लगाने बाले
तू भी ना इससे बच पायेगा
इसां को भड़काने बाले ।
घर आज जला मजलूमों का
कल होगा हाल यही तेरा
हिंसा की ज्वाला जलाने बाले
तू भी ना इससे बच पायेगा
इसां को भड़काने बाले ।।
एक बार तू छोड़के मज़हब को
तू आग लगा मात्र-भक्ति की
मात्र-भक्ति की इस आग में
जो तूने खुद को जला डाल
मरके तू अमर हो जाएगा
पूजेगे लोग तुझे कल्पों तक
कल्पों तक अमर हो जाएगा
अहिंसा की आग लगाकर देख
तू भी इसां कहलाएगा ।।।
——————————————-
दिनेश कुमार गंगवार

Language: Hindi
1 Like · 16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
मंजिल एक है
मंजिल एक है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सुरक्षा
सुरक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
*Author प्रणय प्रभात*
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
shabina. Naaz
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
★भारतीय किसान ★
★भारतीय किसान ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
प्रीतम के दोहे
प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
Anil chobisa
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
Maroof aalam
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-550💐
💐प्रेम कौतुक-550💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
Indu Singh
*चिंता चिता समान है*
*चिंता चिता समान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वस हम पर
वस हम पर
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
सफर की यादें
सफर की यादें
Pratibha Pandey
3216.*पूर्णिका*
3216.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
Manoj Mahato
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बदनसीब डायरी
बदनसीब डायरी
Dr. Kishan tandon kranti
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
'अशांत' शेखर
नींद और ख्वाब
नींद और ख्वाब
Surinder blackpen
Loading...