Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2023 · 1 min read

“तुम नूतन इतिहास लिखो “

डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ”
==================
इतिहास बदलना मुश्किल है तुम नूतन इतिहास लिखो !
खण्डर को सुरक्षित रखना है नव महलों का निर्माण करो !!
भूखा ना कोई रहने पाए ,
सबके अंगों पर वस्त्र रहे !
अच्छेदिन सबके हो जाएं,
भय से कोई ना त्रस्त रहे !!
दिल में रहना तुम सीखो जीना सबका आसान करो ,
खण्डर को सुरक्षित रखना है नव महलों का निर्माण करो !!
इतिहास बदलना मुश्किल है तुम नूतन इतिहास लिखो !!
शहरों को विकसित करना ,
पहाडियों से भी प्रेम करना !
दयनीय जीवन में खुशियों से ,
उनको भी अनुपम कर देना !!
वर्षों से ये रह रहे उपेक्षित उनका भी तो कल्याण करो !
खण्डर को सुरक्षित रखना है नव महलों का निर्माण करो !!
इतिहास बदलना मुश्किल है तुम नूतन इतिहास लिखो !!
सब धर्मों में अपनापन हो ,
प्यार कभी ना मिटने पाए !
ऐसा स्नेह भरो जीवन में ,
यह अमर कहानी बन जाए !!
सब लोगों में प्यार रहे अब ऐसा तुम इतिहास लिखो !
खण्डर को सुरक्षित रखना है नव महलों का निर्माण करो !!
इतिहास बदलना मुश्किल है तुम नूतन इतिहास लिखो !!
विश्व शांति लाओ जग में ,
जग का तुम कल्याण करो !
पर्यावरण की अनुपम रचना ,
का जीवन भर सत्कार करो !!
स्वयं कोई इतिहास लिखेगा तुम उसका ही इंतजार करो !
खण्डर को सुरक्षित रखना है नव महलों का निर्माण करो !!
इतिहास बदलना मुश्किल है तुम नूतन इतिहास लिखो !
खण्डर को सुरक्षित रखना है नव महलों का निर्माण करो !!
==================
डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखण्ड
भारत
08.12.2023

Language: Hindi
2 Comments · 232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तू अपना सफ़र तय कर -कविता
तू अपना सफ़र तय कर -कविता
Dr Mukesh 'Aseemit'
कर्मवीर भारत...
कर्मवीर भारत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शिवजी भाग्य को सौभाग्य में बदल देते हैं और उनकी भक्ति में ली
शिवजी भाग्य को सौभाग्य में बदल देते हैं और उनकी भक्ति में ली
Shashi kala vyas
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
Bindesh kumar jha
गीत
गीत
Shiva Awasthi
मैंने एक चांद को देखा
मैंने एक चांद को देखा
नेताम आर सी
प्रकट भये दीन दयाला
प्रकट भये दीन दयाला
Bodhisatva kastooriya
कुछ मासूम स्त्रियाँ!
कुछ मासूम स्त्रियाँ!
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
क्या ?
क्या ?
Dinesh Kumar Gangwar
"आज का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
पुरुषार्थ
पुरुषार्थ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
जरूरी तो नहीं
जरूरी तो नहीं
Awadhesh Singh
खानाबदोश
खानाबदोश
Sanjay ' शून्य'
खुद को भी
खुद को भी
Dr fauzia Naseem shad
4749.*पूर्णिका*
4749.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
वाणी में शालीनता ,
वाणी में शालीनता ,
sushil sarna
माटी की सोंधी महक (नील पदम् के दोहे)
माटी की सोंधी महक (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आप अभी बाहर जी रहे हैं, असली हीरा अंदर है ना की बाहर, बाहर त
आप अभी बाहर जी रहे हैं, असली हीरा अंदर है ना की बाहर, बाहर त
Ravikesh Jha
*जाऍंगे प्रभु राम के, दर्शन करने धाम (कुंडलिया)*
*जाऍंगे प्रभु राम के, दर्शन करने धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संवेदना सुप्त हैं
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
Not the people but the mind, Not the storm but the silence,
Not the people but the mind, Not the storm but the silence,
पूर्वार्थ
#विशेष_दोहा-
#विशेष_दोहा-
*प्रणय*
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
अरविंद भारद्वाज
कसक
कसक
Dipak Kumar "Girja"
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
Piyush Goel
मतला
मतला
Anis Shah
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...