Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2024 · 1 min read

जिस देश में लड़कियों के पढ़ाई और मौलिक स्वतंत्रता पर ही पाबं

जिस देश में लड़कियों के पढ़ाई और मौलिक स्वतंत्रता पर ही पाबंदी लगा दिया जाए तो वो लड़कियां कभी अपने ख्वाब नही पूरी कर सकती बिना एकजुट हुए आवाज उठाए क्रांति की चेतना को जगाए उनका सशक्तिकरण कत्तई नहीं हो सकता है चूल्हा चौका बर्तन से भी परे एक जीवन है वो है शिक्षा संघर्ष और लक्ष्य प्राप्ति का।

RJ Anand Prajapati

80 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कविता जीवन का उत्सव है
कविता जीवन का उत्सव है
Anamika Tiwari 'annpurna '
अदान-प्रदान
अदान-प्रदान
Ashwani Kumar Jaiswal
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
तुम...
तुम...
Vivek Pandey
वृक्ष होते पक्षियों के घर
वृक्ष होते पक्षियों के घर
Indu Nandal
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बॉर्डर पर जवान खड़ा है।
बॉर्डर पर जवान खड़ा है।
Kuldeep mishra (KD)
The Sky Longed For The Earth, So The Clouds Set Themselves Free.
The Sky Longed For The Earth, So The Clouds Set Themselves Free.
Manisha Manjari
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"हल्दी"
Dr. Kishan tandon kranti
नवदुर्गा:प्रकीर्तिता: एकटा दृष्टि।
नवदुर्गा:प्रकीर्तिता: एकटा दृष्टि।
Acharya Rama Nand Mandal
मां जो है तो है जग सारा
मां जो है तो है जग सारा
Jatashankar Prajapati
कुण्डलियाँ छंद
कुण्डलियाँ छंद
पंकज परिंदा
दुख तब नहीं लगता
दुख तब नहीं लगता
Harminder Kaur
कण कण में प्रभु
कण कण में प्रभु
Sudhir srivastava
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शीर्षक -नव वर्ष स्वागत
शीर्षक -नव वर्ष स्वागत
Sushma Singh
रे मन  अब तो मान जा ,
रे मन अब तो मान जा ,
sushil sarna
शिकायत लबों पर कभी तुम न लाना ।
शिकायत लबों पर कभी तुम न लाना ।
Dr fauzia Naseem shad
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान हैं बहुत लोग,
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान हैं बहुत लोग,
Ranjeet kumar patre
कभी कभी जो जुबां नहीं कहती , वो खामोशी कह जाती है । बेवजह दि
कभी कभी जो जुबां नहीं कहती , वो खामोशी कह जाती है । बेवजह दि
DR. RAKESH KUMAR KURRE
सच पागल बोलते हैं
सच पागल बोलते हैं
आशा शैली
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
Ragini Kumari
दुआएं
दुआएं
Santosh Shrivastava
नीति प्रकाश : फारसी के प्रसिद्ध कवि शेख सादी द्वारा लिखित पुस्तक
नीति प्रकाश : फारसी के प्रसिद्ध कवि शेख सादी द्वारा लिखित पुस्तक "करीमा" का बलदेव दास चौबे द्वारा ब्रज भाषा में अनुवाद*
Ravi Prakash
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पूर्वार्थ
दिल की फरियाद सुनो
दिल की फरियाद सुनो
Surinder blackpen
ओ रावण की बहना
ओ रावण की बहना
Baldev Chauhan
उज्जैन घटना
उज्जैन घटना
Rahul Singh
Loading...