जिन्दगी
जिन्दगी ये जिन्दगी अक्सर हमे ऐसे मोड पर लाती है..
जहां कुछ नहीं,पर सब कुछ की आशा
जहां अन्धकार, पर नही निराशा
जहां उम्मीद किसी के आने की
जहां चाह बस थोडा सा पाने की
जिन्दगी ये जिन्दगी अक्सर हमे एेसे मोड पर लाती है..
जब कोई हमे थामता है
निखारता और सवांरता है
हम पत्थर से पारस हो जाते है
उसके लिए उसके जैसे बन जाते है
बस मोड यही मुड जाता है
वो हमे छोड चला जाता है
जिन्दगी ये जिन्दगी कैसे कैसे रंग दिखाती है
सुखी होना शायद अधिकार है सभी का
क्योकि दुख पर बहुत कम हक जताते है
बन्धनो मे बांधना एक डोर का भी मुमकिन है
खुद को समर्पित कर ,सुखी होना मुश्किल है
जिन्दगी ये जिन्दगी हमे कहां से कहां ले आती है