Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2024 · 1 min read

गंणतंत्रदिवस

स्वतंत्रता न होय निरंकुश अतः प्रजातंत्र अपनाया!
संविधान की आवश्यकता जन-जन को समझाया!!
बनी संविधान सभा जिसने नव संविधान बनाया!
डा भीमराव अम्बेडकर ने कुशल नेतृत्व दिखलाया!!
शासन न होय निरंकुश संविधान महत्व समझाया!
विधायिका,कार्यपालिका,न्यायपालिका को अपनाया!!
आवश्यकता थी उनको दिशा निर्देश दिखलाने की,
अतःमौलिक अधिकार नीति निर्देशक तत्व बतलाया!!
संविधान को जनमानस हेतु सरल और स्पष्ट बना,
26 जनवरी 1950 को लागू कर गंणतंत्रदिवस बनाया!!

सर्वाधकार सुरछित मौलिक रचना बोधिसत्व कस्तूरिया
एडवोकेट,कवि,पत्रकार 202 नीरव निकुजं,फेस-2 सिकंदरा ,आगरा -282007 मो:9412443093

Language: Hindi
224 Views
Books from Bodhisatva kastooriya
View all

You may also like these posts

वो पुरुष हैं
वो पुरुष हैं
Sonam Puneet Dubey
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
जो लोग बलात्कार करते है
जो लोग बलात्कार करते है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
19. Memories
19. Memories
Ahtesham Ahmad
4564.*पूर्णिका*
4564.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
Dr Manju Saini
सपना सलोना सा प्यारा खिलौना सा
सपना सलोना सा प्यारा खिलौना सा
Kanchan Gupta
भस्मासुर
भस्मासुर
आनन्द मिश्र
मेरा अभिमान
मेरा अभिमान
Aman Sinha
धर्म या धन्धा ?
धर्म या धन्धा ?
SURYA PRAKASH SHARMA
दीपक
दीपक
Durgesh Bhatt
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो ख्वाबों में आकर गमज़दा कर रहे हैं।
वो ख्वाबों में आकर गमज़दा कर रहे हैं।
Phool gufran
पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
Sudhir srivastava
"समझाइश "
Yogendra Chaturwedi
■जे&के■
■जे&के■
*प्रणय*
मौन
मौन
लक्ष्मी सिंह
*जातिवाद ने किया देश का, पूरा बंटाधार (गीत)*
*जातिवाद ने किया देश का, पूरा बंटाधार (गीत)*
Ravi Prakash
आदमी
आदमी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बुद्ध और अंगुलिमान
बुद्ध और अंगुलिमान
अमित कुमार
मौत
मौत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
sushil sarna
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ओसमणी साहू 'ओश'
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
" हिम्मत "
Dr. Kishan tandon kranti
बरसों बरस बाद प्रियतम के
बरसों बरस बाद प्रियतम के
Mahesh Tiwari 'Ayan'
पटकथा
पटकथा
Mahender Singh
तुझमें वो क्या
तुझमें वो क्या
Chitra Bisht
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...