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3 Jul 2023 · 1 min read

देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।

देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
गुरु बिन इस संसार में, मानव सहता पीर ।।

✍️ अरविन्द “महम्मदाबादी”

1 Like · 1 Comment · 319 Views
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