Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
3 Jul 2023 · 1 min read

देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।

देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
गुरु बिन इस संसार में, मानव सहता पीर ।।

✍️ अरविन्द “महम्मदाबादी”

Loading...