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14 Aug 2023 · 1 min read

*गुरु (बाल कविता)*

गुरु (बाल कविता)

गुरु अज्ञान हटाने वाले
अंधकार से करें उजाले
आओ गुरु को शीश झुकाऍं
उनके जैसे हम बन जाऍं
गुरु के सदा कहे को मानें
उन्हें देवता-ईश्वर जानें

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615 451

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