Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2023 · 2 min read

ज़िंदगी…!!!!

आसान हो जाती है जिंदगी…
जब सीख लेते हैं दर्द में भी मुस्कुराना।
रिश्तों में साजिशों की गहराई है…
फिर भी किसी के लिए द्वेष भाव क्या रखना-
माफ़ करना और आगे बढ़ जाना।
ज़िंदगी की कश्ती में सवार हो…
तूफान तो हिस्सा है इस ज़िंदगी का-
ज़रूरी है मुस्कुराते हुए साहिल को पाना।
अफ़र्सुदा होकर भी जीना क्या जीना…
समर्पण भाव से जीते रहो ज़िंदगी को,
ये तो उसूल है ज़िंदगी का-
गलती करने के बाद में पड़ता है पछताना।
जीवन में जो करीब है उसकी अहमियत कहां…
एहसास तब होता है-
जब बन जाता है वह सिर्फ यादों का नज़राना।
कभी-कभी कुछ हासिल करने के लिए खोना भी पड़ता है…
और कभी-कभी अपनों की दगा ही बन जाती है दवाखाना।
तकलीफों की भी अपनी एक अलग ही अदा है…
निशब्द तकलीफें भी बता देती हैं कौन है अपना कौन है अनजाना।
शिकायत क्यों करें किसी से…
अपनों को नहीं पड़ता कभी दर्द बताना।
जो करीबी था वो ही आज रक्त रंजित जीवन युद्ध में खड़ा है…
आसान तो नहीं होता फिर विश्वास कर पाना।
अतीत के पन्नों को खोलकर क्या हासिल…
क्या ज़रूरी है अपने वर्तमान को भी अब्तर करते चले जाना।
छोटी सी ज़िंदगी है…
अच्छा होगा ना- शिकवा, गिला भुलाकर जीवन में एक-दूसरे का साथ निभाना।
जीवन में एक दिन खामोश हो जाएंगे हम सभी…
फिर कहां होगा दोबारा हम सभी का मिल पाना।
एक न एक दिन…
हम सभी को संसार को छोड़कर उफ्क के पार है जाना।
रह जायेगा फिर…
कातिब ज्योति की ज़िंदगी की किताब में अंदाज़ ये शायराना…!!!!
-ज्योति खारी
*अफर्शुदा- उदास
*अब्तर- नष्ट
*उफ्क- क्षितिज
*कातिब- लेखक

2 Likes · 283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यह मत
यह मत
Santosh Shrivastava
लक्ष्मी-पूजन
लक्ष्मी-पूजन
कवि रमेशराज
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
gurudeenverma198
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*मिठाई को भी विष समझो, अगर अपमान से आई (मुक्तक)*
*मिठाई को भी विष समझो, अगर अपमान से आई (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बुर्जुर्ग सुरक्षित कैसे हों।
बुर्जुर्ग सुरक्षित कैसे हों।
manorath maharaj
*** मुफ़लिसी ***
*** मुफ़लिसी ***
Chunnu Lal Gupta
मन की पीड़ा क
मन की पीड़ा क
Neeraj Agarwal
" कभी नहीं साथ छोड़ेंगे "
DrLakshman Jha Parimal
जज्बात
जज्बात
Mamta Rani
मैं जब भी लड़ नहीं पाई हूँ इस दुनिया के तोहमत से
मैं जब भी लड़ नहीं पाई हूँ इस दुनिया के तोहमत से
Shweta Soni
सीपी सिंह दे रहे बधाई
सीपी सिंह दे रहे बधाई
Dhirendra Singh
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
परतंत्रता की नारी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां
विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां
गुमनाम 'बाबा'
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
साथ बिताए कुछ लम्हे
साथ बिताए कुछ लम्हे
Chitra Bisht
अरब खरब धन जोड़िये
अरब खरब धन जोड़िये
शेखर सिंह
जोकर
जोकर
Neelam Sharma
बे-फ़िक्र ज़िंदगानी
बे-फ़िक्र ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
4439.*पूर्णिका*
4439.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीता ज्ञान
गीता ज्ञान
Dr.Priya Soni Khare
मानव के बस में नहीं, पतझड़  या  मधुमास ।
मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास ।
sushil sarna
अलग-थलग रहना तो उल्लुओं व चमगादड़ों तक को पसंद नहीं। ये राजरो
अलग-थलग रहना तो उल्लुओं व चमगादड़ों तक को पसंद नहीं। ये राजरो
*प्रणय*
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
દુશ્મનો
દુશ્મનો
Otteri Selvakumar
मैं
मैं
Vivek saswat Shukla
वक्त गर साथ देता
वक्त गर साथ देता
VINOD CHAUHAN
नींबू वाली चाय पेट घटाए।अदरक वाली चाय खराश मिटाए।
नींबू वाली चाय पेट घटाए।अदरक वाली चाय खराश मिटाए।
पूर्वार्थ
" आग "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...