Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

जय हो भारत देश हमारे

जय हो भारत देश हमारे !

_____________________

धार यहां गंगा यमुना की

चोटी है कंचनजंघा की

दृश्य विहंगम प्यारे-प्यारे

जय -जय भारत देश हमारे।

ऋषि-मुनीयों की अमर्त्य वाणी,

बहती ज्ञान की धारा में !

यहां की मिट्टी निर्मल चंदन

विश्व करे इसका अभिनंदन ।

कण-कण में भगवान विराजे

कंकड़-कंकड़ मे शिव शंकर

चौकीदार गिरिराज हिमालय

सागर नित चरणों को धोते ।

छटा बिखेरे भोर निराली

पुलकित विहंगम का कलरव

वेद-पुराण आदर्श हैं जिनके,

जय -जय भारत देश हमारे।

* मुक्ता रश्मि *

————————

Language: Hindi
45 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mukta Rashmi
View all
You may also like:
खोखला अहं
खोखला अहं
Madhavi Srivastava
खाने में हल्की रही, मधुर मूँग की दाल(कुंडलिया)
खाने में हल्की रही, मधुर मूँग की दाल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
घूर
घूर
Dr MusafiR BaithA
** पर्व दिवाली **
** पर्व दिवाली **
surenderpal vaidya
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सबूत- ए- इश्क़
सबूत- ए- इश्क़
राहुल रायकवार जज़्बाती
यह जिंदगी का सवाल है
यह जिंदगी का सवाल है
gurudeenverma198
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
Happy sunshine Soni
राजकुमारी कार्विका
राजकुमारी कार्विका
Anil chobisa
2577.पूर्णिका
2577.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
-शेखर सिंह ✍️
-शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
न कल के लिए कोई अफसोस है
न कल के लिए कोई अफसोस है
ruby kumari
कैसे लिखूं
कैसे लिखूं
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
Juhi Grover
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बिना शर्त खुशी
बिना शर्त खुशी
Rohit yadav
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
عبادت کون کرتا ہے
عبادت کون کرتا ہے
Dr fauzia Naseem shad
■ सगी तो खुशियां भी नहीं।
■ सगी तो खुशियां भी नहीं।
*प्रणय प्रभात*
अहोभाग्य
अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
पिता
पिता
Kanchan Khanna
औरतें ऐसी ही होती हैं
औरतें ऐसी ही होती हैं
Mamta Singh Devaa
मंजिल नई नहीं है
मंजिल नई नहीं है
Pankaj Sen
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
Pooja Singh
वो लड़का
वो लड़का
bhandari lokesh
Loading...