Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए।

जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए,
मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए।
खामोशी में एक चीख़ उठा करती है,
एहसासों में एक तीर चुभा करती है।
मुद्दतों बाद सफर सवाल करता है,
निशान क़दमों से मिलने का मलाल करता है।
आशाएं ज़हन को चोट देती हैं,
गूंज दस्तकों को उठने से रोक देती हैं।
बातें जमींदोज खुद को करती है,
ख्वाहिशें अपने हीं पंखों को कतरती हैं।
दिल में एक गुबार उठा करता है,
अनकहे आंसुओं से जो प्यार करता है।
लहरों पर उठती रवानगी याद आती है,
भूली कहानियों की दीवानगी साथ लाती है।
दर्द धड़कनों में घुल के चला करते हैं,
ख्वाब आवारगी का नशा करते हैं।
पहेलियाँ सुलझने से डरा करती हैं,
जज्बातों को होश फ़ना करती है।
लब्ज पन्नों में उतर आते हैं,
रूह को शिद्दत से, जो सहला जाते हैं।

12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manisha Manjari
View all
You may also like:
अवसर
अवसर
संजय कुमार संजू
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
Sanjay ' शून्य'
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
पूर्वार्थ
"ग से गमला"
Dr. Kishan tandon kranti
2289.पूर्णिका
2289.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बुंदेली चौकड़िया-पानी
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कृष्ण की फितरत राधा की विरह
कृष्ण की फितरत राधा की विरह
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गौ माता...!!
गौ माता...!!
Ravi Betulwala
बेसबब हैं ऐशो इशरत के मकाँ
बेसबब हैं ऐशो इशरत के मकाँ
अरशद रसूल बदायूंनी
बेवजह किसी पे मरता कौन है
बेवजह किसी पे मरता कौन है
Kumar lalit
जिंदगी हवाई जहाज
जिंदगी हवाई जहाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
■ शर्मनाक हालात
■ शर्मनाक हालात
*Author प्रणय प्रभात*
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
Dr. Man Mohan Krishna
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
शेखर सिंह
मूडी सावन
मूडी सावन
Sandeep Pande
*कभी तो खुली किताब सी हो जिंदगी*
*कभी तो खुली किताब सी हो जिंदगी*
Shashi kala vyas
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
shabina. Naaz
पिछले पन्ने 7
पिछले पन्ने 7
Paras Nath Jha
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
उस चाँद की तलाश में
उस चाँद की तलाश में
Diwakar Mahto
💐प्रेम कौतुक-543💐
💐प्रेम कौतुक-543💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेहनत ही सफलता
मेहनत ही सफलता
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
पुनर्जन्म का साथ
पुनर्जन्म का साथ
Seema gupta,Alwar
*अमृत-बेला आई है (देशभक्ति गीत)*
*अमृत-बेला आई है (देशभक्ति गीत)*
Ravi Prakash
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
सावन
सावन
Madhavi Srivastava
मन की बातें , दिल क्यों सुनता
मन की बातें , दिल क्यों सुनता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
कवि दीपक बवेजा
Loading...