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8 Dec 2016 · 1 min read

चाहत

तुझे देख कर जीना भी क्या जीना,
मैं तेरी सांसो में खो जाना चाहता हूं……

तेरी अदाओं को देख कर तो सब जीते हैं,
मैं तेरी कोई नई अदा हो जाना चाहता हूं……

हो सके तो टुकड़ों को उठा लेना,
तेरे प्यार में टूट कर बिखर जाना चाहता हूं…..

औरों का तो मुझे कुछ पता नहीं लेकिन,
मैं तेरे इश्क का “साहिब” हो जाना चाहता हूं……..

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