Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।

ग़ज़ल- 25

गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1

तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा।
ओस की बूंदों से इक दिन तिश्नगी कहने लगी।2

ईश्वर के सामने मैं जल रही हूॅं सच तो है,
दीप बाती तेल जलते आरती कहने लगी।3

जब तलक है कार बॅंगला ऐश सारे जान लो,
तब तलक मैं हूॅं तुम्हारी प्रेयसी कहने लगी।4

चाहे जितना हो ॲंधेरा यार तू डरना नहीं,
मेरा दामन थाम ले ये रोशनी कहने लगी।5

नाम प्रभु का सत्य है प्रेमी उसी से प्यार कर।
तन बदन से दूर रहना कामिनी कहने लगी।6

……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी

1 Like · 24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
ये मतलबी ज़माना, इंसानियत का जमाना नहीं,
ये मतलबी ज़माना, इंसानियत का जमाना नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"आत्मदाह"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम ख्वाब हो।
तुम ख्वाब हो।
Taj Mohammad
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
हरवंश हृदय
हे सर्दी रानी कब आएगी तू,
हे सर्दी रानी कब आएगी तू,
ओनिका सेतिया 'अनु '
नेपालीको गर्व(Pride of Nepal)
नेपालीको गर्व(Pride of Nepal)
Sidhartha Mishra
आज के रिश्ते: ए
आज के रिश्ते: ए
पूर्वार्थ
श्राद्ध पक्ष के दोहे
श्राद्ध पक्ष के दोहे
sushil sarna
चुनिंदा अशआर
चुनिंदा अशआर
Dr fauzia Naseem shad
समर्पण
समर्पण
Sanjay ' शून्य'
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
लोग जाने किधर गये
लोग जाने किधर गये
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
The Journey of this heartbeat.
The Journey of this heartbeat.
Manisha Manjari
कर्णधार
कर्णधार
Shyam Sundar Subramanian
घर
घर
Dheerja Sharma
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
Raju Gajbhiye
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चारों तरफ मीडिया की फौज, बेकाबू तमाशबीनों की भीड़ और हो-हल्ले
चारों तरफ मीडिया की फौज, बेकाबू तमाशबीनों की भीड़ और हो-हल्ले
*प्रणय प्रभात*
गौतम बुद्ध के विचार --
गौतम बुद्ध के विचार --
Seema Garg
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
राजनीति और वोट
राजनीति और वोट
Kumud Srivastava
2764. *पूर्णिका*
2764. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"राज़-ए-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मय है मीना है साकी नहीं है।
मय है मीना है साकी नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यम शिवम सुंदरम
Harminder Kaur
जल प्रदूषित थल प्रदूषित वायु के दूषित चरण ( मुक्तक)
जल प्रदूषित थल प्रदूषित वायु के दूषित चरण ( मुक्तक)
Ravi Prakash
Loading...